पणजी: गोवा के मशहूर पार्टी वेन्यू 'बिर्च बाय रोमियो लेन' में शनिवार रात हुए भीषण अग्निकांड के बाद राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए तीन बड़े अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने यह कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ की है, जिनकी भूमिका कथित तौर पर साल 2023 में नाइट क्लब को खोलने की अनुमति देने और आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने में थी।
सस्पेंड किए गए अधिकारियों की भूमिका
इस मामले में जिन तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है, उनमें पंचायत निदेशक सिद्धि तुषार हरलंकर, गोवा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तत्कालीन सदस्य सचिव डॉ. शमिला मोंटेइरो, और ग्राम पंचायत अरपोरा-नागोआ के सचिव रहे रघुवीर बागकर शामिल हैं। मुख्यमंत्री सावंत ने स्पष्ट किया कि यह कदम दर्शाता है कि सुरक्षा नियमों और परमिट प्रक्रियाओं में हुई लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इन अधिकारियों के कार्यकाल के दौरान ही रेस्टोरेंट-कम-नाइट क्लब को खोलने की अनुमति मिली थी, जिसकी प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं हैं।
हादसे का भयानक मंजर और मृतकों का आंकड़ा
राजधानी पणजी से लगभग 25 किलोमीटर दूर अरपोरा गांव में स्थित इस नाइट क्लब में लगी आग से कुल 25 लोगों की जान चली गई, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। शुरुआती खबरें सिलेंडर ब्लास्ट की ओर इशारा कर रही थीं, लेकिन मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जांच के बाद खुलासा किया कि यह भीषण हादसा इलेक्ट्रॉनिक फायर क्रैकर्स के इस्तेमाल के कारण हुआ। हादसे में मरने वाले अधिकतर लोगों की मौत आग से जलने के बजाय दम घुटने (Asphyxiation) से हुई, जो सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी की ओर संकेत करता है।
मालिकों पर FIR और 4 गिरफ्तारियां
मुख्यमंत्री सावंत ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नाइट क्लब के मालिकों, गौरव लूथरा और सौरव लूथरा, के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। इसके साथ ही, मामले में नाइट क्लब के चीफ मैनेजर राजीव मोदक, मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया, और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस फिलहाल मामले की विस्तृत जांच कर रही है। हादसे की न्यायिक जांच एक मजिस्ट्रेट द्वारा भी की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर आने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के आधार पर मामले में और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मृतक और मुआवजे का ऐलान
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले 25 लोगों में से कोई भी गोवा का निवासी नहीं था, बल्कि वे विभिन्न राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल से आए पर्यटक थे। मृतकों में 4 नेपाल, 4 दिल्ली, 5 उत्तराखंड, 2 उत्तर प्रदेश, 3 झारखंड, 2 महाराष्ट्र, 2 असम, और एक-एक व्यक्ति कर्नाटक, वेस्ट बंगाल एवं दार्जलिंग से शामिल थे। गोवा और केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री सावंत ने यह भी घोषणा की है कि इस घटना के बाद, गोवा के सभी अवैध नाइट बार और क्लबों के लाइसेंसों की गहन जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोका जा सके। यह हादसा गोवा के पर्यटन और नाइटलाइफ उद्योग में सुरक्षा नियमों के अनुपालन पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।