एडिलेड: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज के दूसरे पिंक बॉल टेस्ट में 8 विकेट से करारी हार झेलने के बाद, इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड अब 0-2 से पीछे हो गया है, और सीरीज गंवाने से बचने के लिए उसे हर हाल में तीसरा टेस्ट जीतना होगा। इस हार के बाद मैकुलम ने जो कारण बताया है, वह तेजी से क्रिकेट जगत में वायरल हो रहा है।
मैकुलम का अजीबोगरीब स्पष्टीकरण
हार के बाद 7Cricket से बात करते हुए, इंग्लैंड के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम ने माना कि उनकी टीम एडिलेड की परिस्थितियों के अनुसार ढलने में नाकाम रही, लेकिन उन्होंने हार का एक और अप्रत्याशित कारण बताया: अत्यधिक ट्रेनिंग। मैकुलम ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो इस टेस्ट मैच से पहले मुझे लगा कि हमने जरूरत से ज्यादा तैयारी कर ली थी। हमने पांच दिन बहुत कड़ी ट्रेनिंग की, लेकिन कभी-कभी सबसे जरूरी होता है कि आप तरोताजा महसूस करें और आपका दिमाग पूरी तरह से शांत हो। हमने इस टेस्ट से पहले पांच से 10 ट्रेनिंग सेशन किया।"
कोच ने जोर दिया कि क्रिकेट एक मानसिक खेल है और खिलाड़ियों को शारीरिक और तकनीकी रूप से तैयार होने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी तरोताजा रहना चाहिए। "जैसा कि हम सब जानते हैं, यह खेल दिमाग के ऊपरी दो इंच से खेला जाता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम शारीरिक रूप से, तकनीकी रूप से तैयार हों और लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार रहें। साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि हम तरोताज़ा रहें और मैच के दबाव में सही फैसले ले सकें।"
हार की कड़वी सच्चाई और भविष्य की रणनीति
मैकुलम ने एडिलेड में टीम के प्रदर्शन को लेकर निराशा व्यक्त की, खासकर जब ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें दूसरे दिन-रात टेस्ट की दूसरी पारी में 241 रन पर आउट कर दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराने के लिए तीनों विभागों (बल्लेबाजी, गेंदबाजी, फील्डिंग) में बेहतरीन प्रदर्शन करना जरूरी है, और इंग्लैंड ऐसा नहीं कर पाया।
उन्होंने कहा, "हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए। ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराने के लिए आपको तीनों विभागों में बेहतरीन होना पड़ता है, और हम नहीं थे। यह कड़वी सच्चाई है और हम इसे स्वीकार करते हैं।"
कोच ने टीम को आगे बढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि खुद पर तरस खाने से कोई फायदा नहीं है। उन्होंने कहा, "हमें अभी काम करना है। हमारे पास समय है। हम पहले भी ऐसी स्थिति में रहे हैं और खुद पर तरस खाने से कोई फायदा नहीं। आपको खुद को संभालना होता है और फिर से शुरुआत करनी होती है।" हालांकि, ट्रेनिंग पर उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है, जहां कई विशेषज्ञ इसे हार को छिपाने का एक 'अजीब बहाना' बता रहे हैं।