अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन शांति योजना को लेकर फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के शीर्ष नेताओं के साथ फोन पर चर्चा की है। इस संवाद के बाद, यह घोषणा की गई कि चारों देशों के नेता जल्द ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर आगे की बातचीत करेंगे। इसके अतिरिक्त, सोमवार को बर्लिन में अमेरिकी और यूरोपीय नेताओं की यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से आमने-सामने मुलाकात होगी।
यह संवाद ऐसे समय में हो रहा है जब जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं ने मिलकर एक 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे वे राष्ट्रपति ट्रंप के पास भेजने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, यह नया प्लान इसलिए तैयार किया गया है क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप का मूल शांति प्रस्ताव जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं को यूक्रेन के लिए फायदेमंद नहीं लगता, इसलिए उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया है।
यूक्रेन की भलाई के लिए निर्णय लेने की अपील
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किर स्टार्मर, और जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने यूक्रेन को अपना समर्थन जारी रखने का ऐलान किया है। इन यूरोपीय नेताओं ने राष्ट्रपति ट्रंप से सीधे तौर पर अपील की है कि वे कोई भी फैसला यूक्रेन की भलाई को ध्यान में रखते हुए लें, या कोई भी शांति प्रस्ताव यूक्रेन के हितों को देखते हुए ही तैयार करें। यह अपील दर्शाती है कि यूरोपीय सहयोगी ट्रंप के दृष्टिकोण से पूरी तरह सहमत नहीं हैं और यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर जोर दे रहे हैं।
वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी मांग दोहराई है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूसी हमलों के बीच देश में चुनाव कराएं। फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं के साथ यूक्रेन को लेकर उनकी बातचीत कड़े लहजे में हुई है, और अब वह अगली कार्रवाई करने से पहले अपने यूरोपीय सहयोगियों के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
यूरोपीय देशों के रुख पर निर्भर करेगा अमेरिका का रिएक्शन
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के नेता उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन के मुद्दे पर तीनों से बातचीत के बाद अमेरिका का रिएक्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि यूरोपीय देश यूक्रेन को लेकर राजनयिक प्रक्रिया में कैसे भाग लेते हैं। उन्होंने यूरोपीय नेताओं द्वारा इस वीकेंड पर यूरोप में होने वाली एक बैठक में मिले आमंत्रण का भी उल्लेख किया।
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि रूस के साथ कोई भी मुलाकात जेलेंस्की और अमेरिका की सहमति से ही होगी। उन्होंने जेलेंस्की को यह सलाह दी कि वह "यथार्थवादी बनें" और यूक्रेन में चुनाव कराएं। ट्रंप ने जेलेंस्की से अपील की कि वह यूरोपीय देशों की सलाह पर चलने की बजाय अपने विवेक से फैसला लें, तभी यूक्रेन का भला होगा। यह बयान अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों के बीच यूक्रेन पर रणनीतिक मतभेद को रेखांकित करता है।